Top 10+ Heart Touching Mirza Ghalib Shayari in Hindi (2022)

Heart Touching Mirza Ghalib Shayari in Hindi

Mirza Ghalib is the most popular poet in India. He wrote many Shayari on various topics. If you want to read Top 10+ Heart Touching Mirza Ghalib Shayari in Hindi then this post is only for you.

After fruitful research on Mirza Ghalib Shayari, I found best Mirza Ghalib Shayari in Hindi. Just read this post up to the end for shayari written by Mirza Ghalib.

Heart Touching Mirza Ghalib Shayari in Hindi

Heart Touching Mirza Ghalib Shayari in Hindi

हर एक बात पे कहते हो तुम कि ‘तू क्या है,,
तुम्हीं कहो कि ये अंदाज़-ए-गुफ़्तगू क्या है |

गर तुझ को है यक़ीन-ए-इजाबत दुआ न माँग,
यानी बग़ैर-ए-यक-दिल-ए-बे-मुद्दआ न माँग |

सबने पहना था बड़े शौक से कागज़ का लिबास,
जिस कदर लोग थे बारिश में नहाने वाले |

दुःख दे कर सवाल करते हो,
तुम भी ग़ालिब कमाल करते हो |

हासिल से हाथ धो बैठ ऐ आरज़ू-ख़िरामी,
दिल जोश-ए-गिर्या में है डूबी हुई असामी |

हर क़दम दूरी-ए-मंज़िल है नुमायाँ मुझसे,
मेरी रफ़्तार से भागे है बयाबाँ मुझसे |

ये ना थी हमारी क़िस्मत के विसाल-ए-यार होता,
अगर और जीते रहते, यही इंतजार होता |

इश्क़ मुझको नहीं, वहशत ही सही,
मेरी वहशत तेरी शोहरत ही सही |

आ कि मेरी जान को क़रार नहीं है,
ताक़ते-बेदादे-इन्तज़ार नहीं है |

दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त दर्द से भर न आये क्यों,
रोएंगे हम हज़ार बार कोई हमें सताये क्यों |

कहते तो हो तुम सब कि बुत-ए-ग़ालिया-मू आए,
यक मरतबा घबरा के कहो कोई कि वो आ |

सादगी पर उस के मर जाने की  हसरत दिल में है,
बस नहीं चलता की फिर खंजर काफ-ऐ-क़ातिल में है |

क्या तंग हम सितमज़दगां का जहान है,
जिस में कि एक बैज़ा-ए-मोर आसमान है |

Mirza Ghalib Shayari Hindi in two Lines

सब कहाँ कुछ लाला-ओ-गुल में नुमायाँ हो गईं,
ख़ाक में क्या सूरतें होंगी कि पिन्हाँ हो गईं |

हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी के हर ख्वाहिश पे दम निकले,
बहुत निकले मेरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले |

रोने से और् इश्क़ में बेबाक हो गए,
धोए गए हम ऐसे कि बस पाक हो गए |

ये न थी हमारी क़िस्मत के विसाले यार होता,
अगर और जीते रहते यही इन्तज़ार होता |

लो हम मरीज़-ए-इश्क़ के बीमार-दार हैं,
अच्छा अगर न हो तो मसीहा का क्या इलाज |

कोई , दिन , गैर  ज़िंदगानी और है,
अपने जी में  हमने ठानी और है |

शुमार-ए सुबह मरग़ूब-ए बुत-ए-मुश्किल पसंद आया,
तमाशा-ए बयक-कफ़ बुरदन-ए सद दिल पसंद आया |

तू तो वो जालिम है जो दिल में रह कर भी मेरा न बन सका, ग़ालिब,
और दिल वो काफिर, जो मुझ में रह कर भी तेरा हो गया |

दर्द हो दिल में तो दवा कीजे,
दिल ही जब दर्द हो तो क्या कीजे |

जब तक दहान-ए-ज़ख़्म न पैदा करे कोई,
मुश्किल कि तुझ से राह-ए-सुख़न वा करे कोई |

आज फिर इस दिल में बेक़रारी है,
सीना रोए ज़ख्म-ऐ-कारी है |

हुज़ूर-ए-शाह में अहल-ए सुख़न की आज़माइश है,
चमन में ख़ुश-नवायान-ए-चमन की आज़माइश है |

दिया है दिल अगर उस को, बशर है क्या कहिये,
हुआ रक़ीब तो हो, नामाबर है, क्या कहिये |

Mirza Ghalib Shayari

आह को चाहिए एक उम्र असर होने तक,
कौन जीता है तेरी ज़ुल्फ के सर होने तक |

रफ़्तार-ए-उम्र क़त-ए-रह-ए-इज़्तिराब है,
इस साल के हिसाब को बर्क़ आफ़्ताब है |

यूं हम जो हिज्र में दीवार-ओ-दर को देखते हैं,
कभी सबा को, कभी नामाबर को देखते हैं |

चश्म-ए-ख़ूबाँ ख़ामुशी में भी नवा-पर्दाज़ है,
सुर्मा तो कहवे कि दूद-ए-शोला-ए-आवाज़ है |

चाँदनी रातो कि खामोश सितारो के कसम,
दिल मै आब तेरे सिवा कोई भि आबाद नही |

मेरे जेब में जहां पर जरा सा छेद किया हुआ,
सिक्के से जादा मेरे रिस्ते गिर गए |

मै बहुत नादाँ था वफ़ा की तलाश करता रहा हरपल,
यह तक ना सोचा कि एक दिन अपनि सांस भि बेवफा हो जाएगी |

तेरा फिरने का इंतज़ार मे नींद न आई उम्र भर,
आने का अहद कर गैए आए जो रोज ख़्वाब मै |

Best Mirza Ghalib Shayari in Hindi 2 Lines

हुई जीवन काल कि ‘ग़ालिब’ मर गेया पर याद आता है,
वो हर एक बात पार कहना कि यूँ होता तो क्या होता |

तेरी दुआ में ताकत है तोह, मस्जिद को हिला के दिखा,
नहीं तो खुद दो घूँट पि और मस्जिद को हिलता देख |

उनको देखे से जो आ जाती है मुँह पर रौनक,
वो समझते हैं के बीमार का हाल अच्छा है |

म को मालूम है जन्नत की हक़ीक़त लेकिन,
दिल के ख़ुश रखने को ‘ग़ालिब’ ये ख़याल अच्छा है |

आया है मुझे बेकशी इश्क़ पे रोना ग़ालिब,
किस का घर जलाएगा सैलाब भला मेरे बाद |

हम न बदलेंगे वक़्त की रफ़्तार के साथ,
जब भी मिलेंगे अंदाज पुराना होगा |

मैं नादान था जो वफ़ा को तलाश करता रहा ग़ालिब,
यह न सोचा के एक दिन अपनी साँस भी बेवफा हो जाएगी |

इश्क़ ने ग़ालिब निकम्मा कर दिया,
वर्ना हम भी आदमी थे काम के |

न था कुछ तो ख़ुदा था कुछ न होता तो ख़ुदा होता,
डुबोया मुझ को होने ने न होता मैं तो क्या होता |

Conclusion

I confirmed that you enjoyed Heart Touching Mirza Ghalib Shayari in Hindi and Mirza Ghalib Shayari in Hindi 2 Lines from here. If you also have Mirza Ghalib Shayari then comment to me. I will surely write here.

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हमे तो अपनों ने लुटा शायरी हिन्दी में, उर्दू में, अँग्रेजी में पढे लीरिक्स सहित |

हमे तो अपनों ने लूटा, गैरों में कहाँ दम था,
मेरी किश्ती जहाँ डूबी वहाँ पानी कम था |

ہمے ٹوہ اپنو نے لوٹا
گیروں می کہا دم تھا
میری کشتی تھی دوبی وہاں
جہاں پانی کم تھا

Hume Toh Apno Ne Loota,
Gairon Mein Kahan Dum Tha,
Meri Kashti Thi Doobi Wahan,
Jahan Pani Kam Tha.

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हमे तो अपनों ने लुटा फन्नी शायरी

तुझे अपनों ने लूटा इसका उन्हें खेद है,
कम पानी में किश्ती डूबी क्योंकि उसमें छेद है |

तुम तो थे ही गधे तुम्हारी अक्ल में कहाँ दम था,
वहाँ कश्ती लेके ही क्यों गये जहाँ पानी कम था |

अपने अगर लुटे तो घर का पैसा घर में ही रहता है,
अगर कम पानी में नाव डूब जाये तो क्या फ़र्क पड़ता है |

हमे तो अपनों ने लुटा ट्रेंडिंग शायरी

शायर: हमें तो अपनों ने लूटा, गैरों में कहाँ दम था,
मेरी कश्ती वहां डूबी, जहां पानी कम था |
शायर की बेगम: तुम तो थे ही गधे, तुम्हारे भेजे में कहां दम था,
वहां कश्ती लेकर गए ही क्यों, जहां पानी कम था |

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Love Shayari ❤❤❤ 2022

सुबह में देखूं शाम में देखूं तेरा प्यारा सा चेहरा मैं चाँद में देखूं, तेरे हुस्न की क्या तारीफ करूं मैं, तेरा चेहरा मैं सारे जहां में देखूँ |

इस लफ्जे-मोहब्बत का इतना सा फसाना है, सिमटे तो दिले-आशिक फैले तो जमाना है, ये इश्क नही आसान इतना तो समझ लीजिए, एक आग का दरिया है और डूब के जाना है।

ख़ामोश रात में सितारे नई होते, उदास आँखों में रंगीन नज़ारे नई होते, हम कभी ना करते याद आपको, अगर आप इतने प्यारे ना होते |

मुस्कुराने से शुरू और रुलाने पर खत्म, ये वो जुल्म है जिसे लोग मोहब्बत कहते हैं |

नकाब से ढका था उसका पूरा बदन, मगर आँखें बता रही थी कि वो मोहब्बत के शौकीन है |

ना दिन ढंग से गुजरता है, ना रात को नींद आती है, करूँ मैं ऐ दोस्त मेरे, तेरी याद बहुत सताती है |

कभी याद आती है कभी उनके ख्वाब आते हैं, मुझे सताने के सलीके तो उन्हें बेहिसाब आते हैं |

तेरी खैरियत का ही जिक्र रहता है दुआओं में, मसला सिर्फ मोहब्बत का ही नही फिक्र का भी है |

कुछ हदें हैं मेरी कुछ हदें हैं तेरी, लेकिन दायरों में भी इश्क़ होता है |

जीने की उसने हमे नई अदा दी है, खुश रहने की उसने हमे दुआ दी है, ऐ खुदा उसको खुशियां तमाम देना, जिसने अपने दिल में हमें जगह दी है।

बिन दिल के जज्बात अधूरे, बिन धड़कन अहसास अधूरे, बिन साँसों के ख्वाब अधूरे, बिन तेरे हम कब हैं पूरे।

फिर वही दिल की गुज़ारिश, फिर वही उनका ग़ुरूर, फिर वही उनकी शरारत, फिर वही मेरा कुसूर |

उम्र की राह में रास्ते बदल जाते हैं, वक़्त की आंधी में इंसान बदल जाते हैं, सोचते हैं तुम्हें इतना याद ना करें लेकिन, आँख बंद करते ही इरादे बदल जाते हैं |

आंसू से पलके भींगा लेता था, याद तेरी आती थी तो रो लेता था, सोचा था की भुला दूँ तुझको मगर, हर बार ये फैसला बदल लेता था |

मेरी आंखों के ख्वाब, दिल के अरमान हो तुम, तुम से ही तो मै हूं, मेरी पहचान हो तुम, मैं जमीन हूं अगर तो मेरे आसमान हो तुम, सच मानो मेरे लिए तो सारा जहान हो तुम।

मोहब्बत की कहूँ देवी या तुमको बंदगी कह दूँ, बुरा मानो न गर हमदम तो तुमको ज़िन्दगी कह दूँ |

तेरे ख्याल से खुद को छुपा के देखा है, दिल-ओ-नज़र को रुला-रुला के देखा है, तू नही तो कुछ भी नही है तेरी कसम, मैंने कुछ पल तुझे भुला के देखा है।

वो आँखों ही आँखों में करती है ऐसे बातें के कानों कान किसी को खबर नही होती |

ये दरिया-ए-इश्क है कदम जरा सोच के रखना, इस में उतर कर किसी को किनारा नहीं मिला |

मैंने तो सिर्फ तुझ से मोहब्बत करने की दुआ मांगी है, मैंने तो हर दुआ में सिर्फ तेरी वफ़ा मांगी है, ये ज़माना लाख जले हमारी मोहब्बत से, मैंने तो सिर्फ तुझसे मोहब्बत करने की सजा मांगी है |

जब किसी की रूह में उतर जाता है मोहब्बत का समंदर, तब लोग जिंदा तो होते हैं, लेकिन किसी और के अंदर, ये लकीरें ये नसीब ये किस्मत, सब फ़रेब के आईने हैं, हाथों में तेरा हाथ होने से ही, मुकम्मल ज़िन्दगी के मायने हैं।

चाहत बन गए हो तुम, कि आदत बन गए हो तुम, हर सांस में यूं आते जाते हो, जैसे मेरी इबादत बन गए हो तुम।

दिल की गहरियां बड़ी अजीब है, इस की यादों में जो खो जाता है, असली दुनिया को बड़ी शिद्दत से भूल जाता है |

तुम्हारी खुशियों के ठिकाने बहुत होंगे मगर, हमारी बेचैनियों की वजह बस तुम हो |

तेरा नाम ही क्यों ये दिल रटता है, क्यों ये दिल सिर्फ तुझ पे ही मरता है, न जाने कितना नशा है तेरे इश्क में, अब तो तेरी याद में ही ये दिन कटता है |

ये मोहब्बत है जनाब कितनी भी, तकलीफ दे मगर सुकून भी उसी की बाहों में मिलता है।

मेरी आंखों में यही हद से ज्यादा बेशुमार है, तेरा ही इश्क़ तेरा ही दर्द तेरा ही इंतजार है।

बसा ले नज़र में सूरत तुम्हारी, दिन रात इसी पर हम मरते रहें, खुदा करे जब तक चले ये साँसे हमारी, हम बस तुमसे ही प्यार करते रहें |

चाँद नहीं चांदनी हो तुम, राग नहीं रागिनी हो तुम, मेरी ज़िन्दगी को ज़िन्दगी बनाने वाले, कोई गैर नहीं अपनी हो तुम |

वो पिला कर जाम लबों से अपनी मोहब्बत का, अब कहते हैं नशे की आदत अच्छी नहीं होती |

अगर अपनी किस्मत लिखने का, जरा सा भी हक हो मुझे, तो अपने नाम के साथ तुझे हर बार लिखूं |

मेरे सीने में एक दिल है, उस दिल की धड़कन हो तुम |

तेरे साथ बिताया हुआ एक एक पल मेरे लिए खास है, तू मेरी यादों के बहुत पास है, तेरे साथ जीने मरने की कस्मे खाना, बस तू साथ है तो सब साथ है |

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Shayari love ❤❤❤ in english

Khuda Ne Jab Ishq Banaya Hoga, To Khud Ajmaya Hoga, Hamari To Aukaat Hi Kya Hai, Is Ishq Ne Khuda Ko Bhi Rulaya Hoga

Khubsurat Sa Ek Pal Kissa Banjata Hai, Jane Kab Kaun Zindagi Ka Hissa Banjata Hai, Kuchh Log Zindagi Mein Milte Hai Aise, Jinse Kabhi Na Tutne Wala Rishta Banjata Hai.

Nazare Mile to Pyar ho Jata Hai, Palke Uthe to Izhaar Ho Jata Hai, Na Jane Kya Kashish Hai Chahat Me, Kei Koyi Anjaan Bhi Hamari, Zindagi Ka Haqdaar Ho Jata Hai.

Tujhe Chaha Bhi To Ijahaar Na Kar Sake, Kat Gai Umar Kisi Se Pyaar Na Kar Sake, Tune Maanga Bhi To Apni Judai Maangi, Aur Ham The Ki Inkaar Na Kar Sake.

Muskurate Palko Pe Sanam Chale Aate Hein, Aap Kya Jaano Kahan Se Hamare Gum Aate Hain, Aaj Bhi Us Mod Par Khade Hain, Jaha Kisi Ne Kaha Tha Ke Tahro Hum Abhi Aate Hain.

Kal Uski Yaad Poori Raat Aati Rahi, Hum Jaage Puri Duniya Soti Rahi, Aasman Main Bijali Puri Raat hoti rahi, Bas Ek Baarish Thi Jo Mere Saath Roti Rahi.

अंतिम दो लाइन

आदि आप किसी से बहुत प्यार करते है तो आपको यहाँ से लव पर शायरी को कॉपी पेस्ट करके अवश्य भेजनी चाहिए |

Top 10+ Sawan Shayari in Hindi (2022)

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हम सब जानते है कि सावन का महिना आ चुका है | लोग सावन शायरी 2022 इंटरनेट पर ढूंढ रहे है | यदि आप भी सावन की शायरी पढ़ना चाहते है तो मैंने इस पोस्ट में 2022 की सावन शायरी हिन्दी में (Sawan Shayari in Hindi) लिखी है |

यहाँ पर जितनी भी सावन पर शायरी लिखी गयी है वह सभी मस्त व शानदार है | इसके साथ ही सावन सोमवार शायरी भी यहाँ पर लिखी गयी है |

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सावन शायरी 2022

सावन लौटे अगली दफा तो काश तू भी लौट आए, तू भी मेरी तरह मेरे लिए सब कुछ छोड़ आए।

वो तेरा शरमा के मुझसे यूँ लिपट जाना, कसम से हर महीने में सावन सा अहसास देता है |

फूल से दोस्ती करोगे तो महक जाओगे, सावन से दोस्ती करोगे तो भीग जाओगे |

अब के सावन में शरारत ये मिरे साथ हुई, मेरा घर छोड़ के कुल शहर में बरसात हुई |

चांदनी भी बोल उठी हाय ये कैसी माया हैं, मौसम की गोद देखों फिर से सावन आया है |

मौसम का अंदाज़ भाया है, नए संवेरे साथ लाया है, दरवाज़ा खोल के देखो, भीगा हुआ सावन आया है |

सावन समाया हुआ है आँखों में मेरी, कुछ ज्यादा ही अँधेरा है आज कल रातों में मेरी।

सावन कई आए तेरे जाने के बाद भी, मगर उस रात सी रात फिर कभी नहीं आई।

वो भला क्यूँ कदर करते हमारे अश्को की, सुना है सावन उनके शहर पर कुछ ज्यादा मेहरबान रहता है |

जो गुजरे इश्क में सावन सुहाने याद आते हैं, तेरी जुल्फों के मुझको शामियाने याद आते हैं |

क़दम क़दम पर सिसकी और क़दम क़दम पर आहें, खिजाँ की बात न पूछो सावन ने भी तड़पाया मुझे |

वो तेरा शरमा के मुझसे यूँ लिपट जाना, कसम से हर महीने में सावन सा अहसास देता है |

ऐ सावन की बारिश जरा थम के बरस, जब मेरा सनम आ जाए तो जम के बरस |

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सावन शायरी हिन्दी में (Sawan Shayari in Hindi)

सावन अबकी बार भले लाख बरसे, पर उतने नहीं बरस सके जितनी ये आँख बरसे।

बनके सावन कहीं वो बरसते रहे, इक घटा के लिए हम तरसते रहे |

रुकी रुकी सी है बरसात ख़ुश्क है सावन, ये और बात कि मौसम यही नुमू का है |

सावन की बूंदों में झलकती है उसकी तस्वीर, आज फिर भीग बैठे उसे पाने की चाहत में |

जितना हँसा था उससे ज़्यादा उदास हूँ, आँखों को इन्तज़ार ने सावन बना दिया |

मौसम है सावन का और याद तुम्हारी आती है, बारिश के हर कतरे से आवाज़ तुम्हारी आती है, बादल जब गरजते हैं, दिल की धड़कन बढ़ जाती है, दिल की हर इक धड़कन से आवाज़ तुम्हारी आती है |

लाख बरसे झूम के सावन मगर वो बात कहाँ, जो ठंडक पङती है दिल में तेरे मुस्कुराने से |

उसके दिल में सूखा पड़ा है, और मेरी आँखों में सावन आया है |

सावन तो लौटा मगर साजन नहीं लौटा, उसे आज भी यक़ीन नहीं मुझ पर मुझे यक़ीन नहीं होता।

इस बारिश के मौसम में अजीब सी कसिस है, ना साहते हुए भी कोई सदा ही याद आते है |

इस सावन में हम भीग जायेंगे, दिल में तमन्ना के फूल खिल जायेंगे, अगर दिल करे मिलने को तो याद करना, बरसात बनकर हम बरस जायेंगे |

सावन का हो गया है आगाज़, आने लगी बूंदों की आवाज़, चाय-पकोड़ो की प्लेट सजाओ, और हमें अपना मेहमान बनाओ |

मोहब्बत बरसा देना तू सावन आया है, तेरे और मेरे मिलने का मौसम आया है |

मुझे मालूम है तूमनें बहुत बरसातें देखी है, मगर मेरी इन्हीं आँखों से सावन हार जाता है |

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सावन का पहला सोमवार शायरी

सावन की बूंदों में झलकती है उसकी तस्वीर, आज फिर भीग बैठे उसे पाने की चाहत में |

वो मेरे रु-बा-रु आया भी तो बरसात के मौसम में, मेरे आँसू बह रहे थे और वो बरसात समझ बैठा।

लाख बरसे झूम के सावन मगर वो बात कहाँ, जो ठंडक पङती है दिल में तेरे मुस्कुराने से |

मौसम की कोई साजिश है या नभ की कोई माया है, वर्षों बाद फिर से सुहाना सावन आया है |

सावन का मज़ा लेना है, तो घर से बहार आना होगा, कपड़ो की फिक्र किये बिना, फिर मस्ती से भीग जाना होगा |

बारिश की बूंदों में झलकती है उसकी तसवीर, आज फिर भीग बैठे उससे पाने की चाहत मे |

अंतिम दो शब्द

इस वर्ष 2022 में आप व्हाट्स एप स्टेटस पर सावन शायरी लगा सकते है | यहाँ से कोई भी सावन पर शायरी को कॉपी पेस्ट करे तथा अपने व्हाट्सएप व इंस्टाग्राम पर सावन शायरी हिन्दी में लग सकते है |

Top 10+ Rula Dene Wali Shayari (2022)

Rula Dene Wali Shayari

क्या आप रुला देने वाली शायरी (Rula Dene Wali Shayari) ढूंढ रहे है यदि हाँ तो आप सही वैबसाइट पर आए है | यहाँ पर मैंने एक से बढ़कर एक दर्द भरी रुला देने वाली शायरी लिखी है |

इस शायरियों में दर्द इतना भरा है कि इन्हें पढ़कर किसी को भी रोना आ जाता है | प्यार मे रुला देने वाली शायरी ढूँढने वालों के लिए भी यहाँ पर बैहतरीन रुलाने वाली शायरी लिखी गयी है | आप इन्हें कॉपी पेस्ट करके अपने व्हाट्सएप के स्टेटस पर भी लगा सकते है |

Rula Dene Wali Shayari

रुला देने वाली शायरी (Rula Dene Wali Shayari)

ना रहा करो उदास किसी बेवफा की याद में, वो खुश है अपनी दुनिया में तुम्हारी दुनिया उजाड़ कर |

अब यूं ना रुलाया कर ए मेरी जिंदगी, मुझे तो अब चुप कराने वाला भी कोई नहीं है |

बह जाती काश यादें भी आँसुओ के साथ, तो एक दिन हम भी रो लेते तसल्ली से बैठ कर |

तू कर दे मुकम्मल मेरी भी, एक आखरी ख्वाहिश ऐ खुदा, या तो दिल से जज़्बात मिला दे, या दिल को पत्थर बना दे |

कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे, ऐसा कर मालिक अब मेरी हस्ती मिटा दे, यूँ घुट के जीना मौत से बदतर है, कभी ना खुले आँखे तू ऐसी नींद सुला दे |

यह जो तुम हर किसी आँखों में डूब जाते हो, सच बताओ और कितनो को चाहते हो, और बात इश्क़ में इबादत की करते हो तुम, खुद कितने बेईमान हो ये कैसे भूल जाते हो |

दिल से रोये मगर होठों से मुस्कुरा बैठे, यूँ ही हम किसीसे वफ़ा निभा बैठे, वो हमें एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का, और हम उनके लिए जिंदगी लुटा बैठे |

जब मिलो किसी से तो जरा दूर का रिश्ता रखना, बहुत तडपाते हैं अक्सर सीने से लगाने वाले लोग |

गए थे बड़े यकीन से की रोएंगे नही हम, जाने वाले काश तूने एक बार पलट कर देखा होता हमारी तरफ |

लिखने वाले ने किया खूब लिखा है, ज़िन्दगी जब मायूस होती है, तभी तो महसूस होती है |

इश्क़ बेजुबां है इस्सलिये शायरों की कलम बोलती है, ये इश्क़ का दर्द भी न जाने कितनो को शायर बना देती हे |

खुशियों की दामन में आंसू गिराकर तो देखिये, ये रिश्ता कितना सच्चा है आजमाकर तो देखिये, आपके रूठने से क्या होगी मेरे दिल की हालत, किसी आइने पर पत्थर गिराकर तो देखिये |

जख्म जब मेरे सीने के भर जाएंगे, आँसू भी मोती बनकर बिखर जायेंगे, ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया मुझे, वरना कुछ अपनों के ही चेहरे उत्तर जायेंगे |

किसी और से प्यार करना, जरूरत बन गई है उनकी, मेरे दिल को रुला देना ही, फितरत बन गई है उनकी |

बहुत दर्द है ऐ जान-ए-अदा तेरी मोहब्बत में, कैसे कह दूँ कि तुझे वफा निभानी नहीं आती |

आज कुछ कमी है तेरे बगैर, ना रंग है ना रोशनी है तेरे बगैर, वक्त अपनी रफ्तार से चल रहा है, बस धड़कन सी थमी है तेरे बगैर |

जो नजर से गुजर जाया करते हैं, वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं, कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते, बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं |

मुझको ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं, फिर भी खुश हूँ मुझे उस से कोई गिला नहीं, और कितने आंसू बहाऊँ उस के लिए, जिसको खुदा ने मेरे नसीब में लिखा ही नहीं | और पढे

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प्यार मे दर्द भरी रुला देने वाली शायरी

मैं दीवाना हूँ तेरा मुझे इंकार नहीं, कैसे कह दू की मुझे तुमसे प्यार नहीं, कुछ शरारत तो तेरी नजरों में भी थी, वरना मैं अकेला ही इसका गुनेगार नहीं |

मेरे अधूरे किस्से का मुझे हिसाब चाहिए, मैं सही था या गलत मुझे जवाब चाहिए ।

आया नहीं था कभी मेरी आँख से एक अश्क भी, मोहब्बत क्या हुई अब तो अश्कों का सैलाब आ गया |

मैंने करवट बदलकर भी देखा है, याद तुम उस तरफ भी आते हो |

वो अनजान चला है जन्नत को पाने की खातिर, खबर को इत्तेला कर दो की माँ बाप घर पर है |

ऐसा नहीं कि आप याद आते नहीं, खता सिर्फ इतनी है कि हम बताते नहीं, रिश्ता आपका अनमोल है हमारे लिये, समझते हो आप इसलिये हम जताते नहीं |

कुछ इस अदा से तोड़े है ताल्लुक उस शख्स ने, कि इक मुदत से ढूंढ रहा हूँ कसूर अपना |

शायरी में कहाँ सिमटता है, दर्द-ए-दिल दोस्तो, बहला रहे है खुद को, जरा कागजों के साथ।

खुद ही रोए और खुद ही चुप हो गए, ये सोचकर की कोई अपना होता तो रोने ना देता |

किसी को न पाने से जिंदगी खत्म नहीं हो जाती, पर किसी को पाकर खो देने के बाद, कुछ बाकी भी नहीं बचता |

बेबाक सी थी मैं तुमसे रूबरू होने से पहले, दो पल की मोहब्बत से वाक़िफ़ क्या हुई मानो तबाह हो गई |

बेताब से रहते हैं उसकी याद में अक्सर, रात भर नहीं सोते हैं उसकी याद में अक्सर, जिस्म में दर्द का बहाना सा बना कर, हम टूट कर रोते हैं उसकी याद में अक्सर |

तेरी हर तमन्ना पूरी हो, जब में टूटू तू भी अधूरी हो, न देख पाव छुड़े जोड़े है तुझको, रहु में अधूरा तो तेरी हर, ख्वाहिश अधूरी हो |

मैं तो तेरे दिल की महफ़िल सजाने आया था, तेरी कसम तुजे अपना बनाने आया था, किस बात की सजा दी तूने मुझे, मैं तो तेरे दर्द को अपना बनाने आया था |

चाहे कितना भी खुश रहने की कोशिश कर लो, जब कोई बेहद याद आता है तो सच में बहुत रुला देता है |

जिन्दगी कुछ ऐसी मोड़ पे आकर रुक सी चुकी है, की मजबूरी जीने की हो गई है और चाहत मारने की |

हाथों की लकीरें पढ़ के रो देता है मेरा दिल, सब कुछ तो है मगर एक तेरा नाम क्यूँ नहीं है |

यह मौसम भी कितना अजीब है, तेरी याद दिला ही जाता हैं, कितना भी रोक लो इन आंसुओ को, इन आँखों से आँसू निकल ही जाते हे |

मुझे ज़िन्दगी की दुआ देने वाले, हंसी आ रही है तेरी सादगी पर |

दिल से रोये मगर होठों से मुस्कुरा बैठे, यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे, वो हमें एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का, और हम उनके लिए जिंदगी लुटा बैठे |

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अंतिम दो शब्द

मेरा मन भी कई बात रोने को करता है | जब भी मेरे साथ ऐसा होता है तो में इन दर्द भरी रुला देने वाली शायरी (Rula Dene Wali Shayari) को पढ़ लेता हूँ | इन्हें पढ़ने के बाद दिल को सुकुल मिलता है |