आज के जमाने से लोगों का मूड जल्दी खराब हो जाता है | यदि आपके दोस्त का मोद्द खराब हो गया है तो आप उसे मूड ऑफ शायरी (Mood off shayari) भेज सकते है |
इस पोस्ट में शानदार शानदार मूड ऑफ शायरियाँ लिखी गयी है | आप इस पोस्ट से मूड ऑफ की शायरी को कॉपी पेस्ट करके अपने दोस्त को भेज सकते है |
यदि आपका खुद का मूड खराब है तो भी आप इस पोस्ट में से मूड ऑफ वाली शायरी को अपने स्टेटस पर लगा सकते है ताकि आपके मूड के बारे में आपने जिगरी दोस्त को पता चल सके |
इस पोस्ट में लिखी गयी मूड ऑफ की शायरी लड़के व लड़कियों दोनों के लिए है | आप चाहे लड़की हो या लड़के, यहाँ पर लिखी हुई हिन्दी में मूड ऑफ शायरी का प्रयोग कर सकते है |
आज मेरा मूड ऑफ है शायरी भी अलग से लिखी गयी |

Mood Off Shayari
एक ये ख्वाहिश के कोई ज़ख्म न देखे दिल का,
एक ये हसरत कि कोई देखने वाला तो होता..!!
सुना हैं काफी पढ़ लिख गए हो तुम,
कभी वो भी तो पढ़ो जो हम कह नहीं पाते |
कुछ लोग कहते हैं कि बदल गये है हम,
उनको ये नही पता कि अब सभंल गये है हम..!!
मेरे अकेलेपन को मेरा शौक ना समझो यारो,
बड़े ही प्यार से तोहफ़ा दिया है किसी चाहने वाले ने |
तुमने ही बदल दिए सिलसिले अपनी वफाओं के,
वरना हम तो आज भी तुम से अज़ीज़ कोई नही..!!
कसूर तो बहुत किये ज़िन्दगी में,
पर सजा वहा मिली जहाँ बेकसूर थे हम |
लिखते हैं सदा उन्ही के लिए,
जिन्होंने हमे कभी पढा ही नही..!!
मेरी फ़ितरत में नहीं कि अपना गम बयाँ करू,
अगर तेरे दिल का हिस्सा हूँ तो महसूस कर तकलीफ मेरी |
जो बात उसे कहनी ना थी,
हाले दिल अपना सुना गया कोई,
सूने मन के इस आंगन में आस मिलन की जगा गया कोई,
रहता हूँ मैं कुछ खोया खोया सा जाने क्यूँ मुझको रुला गया कोई..!!
बात करनी थी बात कैन करे,
दर्द से दो दो हाथ कोन करे,
हम सितारे तुम्हें बुलाते है,
चाँद ना हो तो रात कोन करे |
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अपनी तो मोहब्बत की यही कहानी है,
टूटी हुई कश्ती ठहरा हुआ पानी है,
एक फूल किताबोँ मेँ दम तोड़ चुका है,
मगर याद नहीँ आता ये किसकी निशानी है..!!
लिखु क्या आज वक्त का तकाजा है,
दर्द ए दिल अभी ताजा हैं |
नफरतें लाख मिलीं पर मोहब्बत न मिली,
ज़िन्दगी बीत गयी मगर राहत न मिली,
तेरी महफ़िल में हर एक को हँसता देखा,
एक मैं था जिसे हँसने की इजाज़त न मिली..!!
किस्मत के तराज़ू में तो फकिर हैं,
हम और दर्द दे दिल में हम सा कोई नहीं |
इशरत-ए-क़तरा है दरिया में फ़ना हो जाना,
दर्द का हद से गुज़रना है दवा हो जाना..!!
कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,
ऐसा कर ये खुदा मेरी हस्ती मिटा दे,
यु घुट घुट के जिने से तो मौत बेहतर है,
मैं कभी ना जागू मुझे ऐसी नींद सुला दो |
जो नसीब में नहीं होता वो रोने से भी नहीं मिलता,
कभी कभी दिल चाहता हैं, कि दिल अब कुछ भी ना चाहे |
अभी न छेड़ मोहब्बत के गीत ऐ मुसफिर,
अभी हयात का माहौल ख़ुश-गवार नहीं..!!
दिल पर जख्म कुछ ऐसे मिले,
फूलों पर भी सोया ना गया,
दिल तो जल कर राख हो गया,
और आँखो से रोया भी न गया |
चुप रहना ही बेहतर है जमाने के हिसाब से,
धोखा खा जाते है अक्सर ज्यादा बोलने वाले..!!
कोई नहीं आऐगा मेरी जिंदगी में तुम्हारे में।
एक मैत ही हैं जिसका मै वादा नहीं करता |
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चाह कर भी पूछ नहीं सकते हाल उनका,
डर है कहीं कह ना दे के ये हक तुम्हे किसने दिया..!!
आँसू तेरी यादो की कैद में है,
तेरी याद आने से इन्हें जमानत मिल जाती हैं |
जीने की ख्वाहिश में हर रोज़ मरते हैं,
वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं,
झूठा ही सही मेरे यार का वादा,
हम सच मान कर ऐतबार करते है..!!
अजब है तेरी दुआओ का दस्तूर भी मेरे मौला,
मुहब्बत भी उन्ही को मिलती हैं,
जिन्हें निभानी नहीं आती |
उसने भी मेरे कत्ल की साजिश में कोई कसर न छोड़ी,
जिसकी जिंदगी के वास्ते हर दरगाह पर जाकर दुआ की थी हमने..!!
कभी आकर देखना मेरे दिल में,
कि कितना फुर्सत से टुटा हैं, आशियाना मेरा |
आज फिर किसी का गम अपना बनाने को जी करता है,
किसी को दिल में बिठाने को जी करता है,
आज दिल को क्या हुआ खुदा जाने,
बुझती हुई शमा फिर जलाने को जी करता है..!!
कभी सोचा करता था कैसे रह पाउगा तेरे बिना,
देख तुने ये भी सिखा दिया मुझे |
ये ना पूछ इश्क़ ने कैसी हालत कर दी है,
बस यूं समझ बिन पानी कोई मछली है..!!
मैं फिर से निकलुगा तालाश ए ज़िन्दगी में,
दुआ करना दोस्तों इस बार किसी से इश्क़ ना हो जाए |
सारी दुनिया के हैं वह मेरे सिवा,
मैंने छोड़ दी दुनिया जिनके लिये..!!
सिखा दिया है दुनिया ने ये अपनो पर भी शक करना,
वरना मेरी फ़ितरत में तो गौरो पर भी भरोसा करना था |
बर्बाद कर गए वो ज़िंदगी प्यार के नाम से,
बेवफाई ही मिली हमें सिर्फ वफ़ा के नाम से,
ज़ख़्म ही ज़ख़्म दिए उस ने दवा के नाम से,
आसमान रो पड़ा मेरी मोहब्बत के अंजाम से..!!
माना तुम लफ्ह़जों के बादशाह हो,
पर हम भी खामोशियो पर राज करते हैं |
एक दिन वक्त भी साथ बैठकर रोया मेरे,
कहने लगा तू तो ठीक है बस मै ही खराब हूँ |
आज मेरा मूड ऑफ है शायरी
सोचा था तड़पायेंगे हम उन्हें,
किसी और का नाम लेके जलायेगें उन्हें,
फिर सोचा मैंने उन्हें तड़पाके दर्द मुझको ही होगा,
तो फिर भला किस तरह सताए हम उन्हें..!!
जिसके दिल पर भी क्या खूब गूजरी होगी,
जिसने इस दर्द का नाम मुहब्बत रखा होगा |
ताले लगा दिए दिल को अब उसका अरमान नहीं,
बंद होकर फिर खुल जाए ये कोई दुकान नहीं..!!
घाटे और मुनाफे का बाजार नहीं,
इश्क़ एक इबादत हैं कारोबार नहीं |
ये दिल बुरा ही सही पर सरे बाज़ार तो ना कहो,
आखिर तुमने भी इसमें कुछ दिन गुजारे है..!!
इंसान कितना भी खुशकिस्मत क्यों न हो,
उसकी कुछ ख़्वाहिशे अधुरी रह ही जाती है |
जिंदगी सुन्दर हैं पर जीना नही आता,
हर चीज मे नशा हैं, पर पीना नही आता,
सब मेरे बगैर जी सकते हैं,
बस मुझे ही किसी के बीना जीना नही आता..!!
खो जाओ मुझ में तो मालूम होगा कि दर्द क्या है,
ये वो किस्सा है जो ज़ुबान से बयाँ नहीं होता |
कभी कड़वी याद मीठे सच याद आते हैं,
आज सोचने तक को मन नही करता,
मैं कैसा था और कैसा हो गया हूं,
लेकिन आज तो यह भी सोचने को मन नही करता..!!
Mood off Shayari in Hindi
इश्क़ लिखना चाहा तो कलम भी टूट गयी,
ये कहकर अगर लिखने से इश्क़ मिलता तो,
आज इश्क़ से जुदा होकर कोई टुटता नहीं |
अपनी ही एक ग़ज़ल से कुछ यूँ ख़फ़ा हूँ मैं,
ज़िक्र था जिस बेवफ़ा का, वही बेवफ़ा हूँ मैं..!!
इतनी ठोकरें देने के लिए शुक्रिया ज़िन्दगी,
चलना तो नहीं मगर सम्भलने का हुनर तो आ गया |
जब भी कोई हद से ज्यादा याद आता है,
तब बच्चे की तरह रोने का मन करता है..!!
आज रास्ते में कुछ प्यार भड़े पन्ने टुकडों में मिले,
शायद फिर किसी गरीब का प्यार का तमाशा हो गया |
आंखों से आँखे मिला गया कोई,
दिल की कलियाँ खिला गया कोई,
दिल की धड़कन यूँ बेताब न थी,
मुझको दीवाना बना गया कोई..!!
मोहब्बत नहीं थी तो एक बार समझाया होता,
बेचारा दिल तुम्हारी खामोशी को इश्क़ समझ बैठा |
मैं एक बेक़सूर वारदात की तरह जहाँ की तहाँ रही,
तुम गवाहों के बयानो की तरह बदलते चले गए..!!
कई बार सोचता हू कि तुझसे सवाल करू,
फिर ख्याल आता है किस हक से |
कभी टूट कर बिखरो तो मेरे पास आ जाना,
मुझे अपने जैसा लोग बहुत पसंद है |
शाम भी थी धुआँ धुआँ हुस्न भी था उदास उदास,
दिल को कई कहानियाँ याद सी आ के रह गईं..!!
ये तो जमीन कि फ़ितरत हैं हर चीज़ को मिटा देती हैं,
तेरी याद में गिरने वाले आँसुओ का,
अलग समंदर होता हैं |
उस ने पूछा था क्या हाल है,
और मैं सोचता रह गया..!!
मुस्कुराने कि हिम्मत नहीं अब मुझमे,
टूट कर तुझे चाहने का मन करता हैं |
किया है बर्दाश्त तेरा हर दर्द इसी आस के साथ,
कि खुदा नूर भी बरसाता है आज़माइशों के बाद..!!
शब्द भी हार जाते हैं कई बार ज्जबातो से,
कितना भी लिखो कुछ ना कुछ बाकी रह ही जाता हैं |
सुनायें किसको अपना दर्द कोई राज़दाँ तो हो,
ख़ुशी आँखों में है पर छुपा हआ आँसूओं का सिलसिला भी है..!!
वजह पूछने का मौका ही नहीं मिला,
वक्त गुजरता गया और हम अजनबी बनते गये |
Mood off shayari in two lines
तमन्ना जब किसी की नाकाम होती है,
जिन्दगी उस की एक उदास शाम होती है,
दिल के साथ दौलत ना हो जिसके पास,
मोहब्बत उस गरीब की निलाम होती है..!!
तेरी मुहब्बत को कभी खेल नहीं समझा,
वरना खेल तो इतने खेले हैं मौने कि कभी भी हारा नहीं |
उदास नहीं होना, क्योंकि मैं साथ हूँ,
सामने न सही पर आस-पास हूँ,
पल्को को बंद कर जब भी दिल में देखोगे,
मैं हर पल तुम्हारे साथ हूँ..!!
रोज एक नई तकलीफ रोज एक नया गम,
न जाने कि कब ऐलान होगा कि मर गये हैं हम |
हसीनो ने हसीन बनकर गुनाह किया,
औरों को तो क्या हमको भी तबाह किया,
पेश किया जब ग़ज़लों में हमने उनकी बेवफ़ाई को,
औरों ने तो क्या उन्होने भी वाह-वाह किया..!!
अगर तुम अजनबी थे तो लगे क्यों नहीं,
और अगर मेरे थे तो मुझे मिले क्यों नहीं |
तुम्हारी याद के साए मेरे दिल के अँधेरे में,
बहुत तकलीफ देते हैं मुझे जीने नहीं देते,
अकेली राह में हमराह कोई मिल तो जाता है,
मगर कुछ दर्द हैं जो दिल बहलने नहीं देते..!!
हमने तो एक ही शख्स पर चाहत खत्म कर दिया,
अब मोहब्बत किसे कहते हैं मालूम नहीं |
देखी है बेरुखी की आज हम ने इन्तेहाँ,
हमपे नजर पड़ी तो वो महफ़िल से उठ गए..!!
लोग बदलते नहीं हैं बस उनकी ज़िन्दगी में
आपसे कोई बेहतर आ जाता हैं |
वफ़ा और मोहब्बतों के ज़माने गये जनाब,
अब तो दिल को बहलाने का सामान है मोहब्बत..!!
हसरते पुरी ना हो तो ना सही,
पर ख्वाब देखना कोई गुनाह तो नहीं |
अफसोस होता हैं उस पल का,
जब अपनी पसंद कोई और चुरा लेता हैं,
ख्वाब हम देखते रहते हैं,
और हकीकत कोई और बना लेता हैं |
मूड ओफ़ पर शायरी
तू भुला दे मुझे इस बात का शिक़वा नही,
तू ने मुझे रुलाया इस बात का कोई गिला नही,
जिस दिन हमने तुझे भुला दिया,
बस तभी समझ लेना कि दुनिया मे हम नहीं..!!
फ़रियाद कर रही हैं तरसती हुई निगाहे,
देखे हुए किसी को जमाना गुजर गया |
सुकून भी पास है अपने,
ग़मों का काफिला भी है,
लबों से कुछ नहीं कहते,
मगर दिल में गिला भी है..!!
तय हैं बदलना हर चीज़ बदलती है इस जहां में,
किसी का दिल बदल गया किसी के दिन बदल गए |
जिंदगी सुन्दर हैं पर जीना नही आता,
हर चीज मे नशा हैं, पर पीना नही आता,
सब मेरे बगैर जी सकते हैं,
बस मुझे ही किसी के बीना जीना नही आता..!!
तेरा हाथ पकर कर तुझे रोक लेते अगर,
तुझ पर थोड़ा सा जोर होता मेरा,
ना रोते यू तेरे लिए अगर,
हमारी जिंदगी में कोई और होता |
आंसूओ तले मेरे सारे अरमान बह गये,
जिनसे उमीद लगाए थे वही बेवफा हो गये,
थी हमे जिन चिरागो से उजाले की चाह,
वो चिराग ना जाने किन अंधेरो में खो गये..!!
किसी ने यूँ ही पुछ लिया हमसे कि दर्द कि किमत क्या है,
हमने हंसते हुए कहाँ पता नहीं यहाँ तो अपने,
मुफ्त मे दे जाते हैं |
अगले जिंदगी में मेरी जिंदगी बनकर आना,
इस जिंदगी में तो जिंदगी को छुकर गये थे..!!
जो ढ़ूढ रहे थे हमे भूला देने का रास्ता,
हमने खफा होकर उनका काम आसान कर दिया |
डूबी है मेरी उंगलियाँ मेरे ही खून में,
ये काँच के टुकड़ो पर भरोसे की सज़ा है..!!
रुलाना छोड़ दे ऐ ज़िन्दगी तू हमे,
हम खफा हुए तो एक दिन तुझे छोड़ देंगे |
दोनों जहान तेरी मोहब्बत में हार के,
वो जा रहा है कोई शबे-ग़म गुजार के..!!
वही तेरी किस्सा वही तेरी बेरुखी और वही तुम,
एक ही एहसास हम कितना बार लिखे |
चल मेरे हमनशीं अब कहीं और चल,
इस चमन में अब अपना गुजारा नहीं,
बात होती गुलों तक तो सह लेते हम,
अब काँटों पे भी हक हमारा नहीं..!!
बहुत अंदर तक तबाही मचाता हैं,
वो आँसू जो आँख से बह नहीं पाता |
मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दुगा,
तू सिर्फ किमत बता मुस्कुराने कि |
बिछड़ कर आप से हमको ख़ुशी अच्छी नहीं लगती,
लबों पर ये बनावट की हँसी अच्छी नहीं लगती,
कभी तो खूब लगती थी मगर ये सोचते हैं हम,
कि मुझको क्यों मेरी ये ज़िन्दगी अच्छी नहीं लगती..!!
ये ना कहो खुदा से कि मेरी मुश्किलें बड़ी हैं,
कहना है तो मुश्किलों से कहो कि मेरा खुदा बड़ा हैं |
तुम्हारे बिन हमें ये जिन्दगी अच्छी नहीं लगती,
सनम तेरी निगाहों की नमी अच्छी नही लगती,
मुझे हासिल हुई दुनियां की दौलत और ये शोहरत,
मिला सब कुछ मगर तेरी कमी अच्छी नहीं लगती..!!
दिल चाहता आज रो लूँ जी भर के,
ना जाने किस किस बात पर उदास हूँ |
तमन्ना जब किसी की नाकाम होती है,
जिन्दगी उस की एक उदास शाम होती है,
दिल के साथ दौलत ना हो जिसके पास,
मोहब्बत उस गरीब की निलाम होती है..!!
अजीब सबूत मागा उसने मेरी मोहब्बत का,
भूल जाओ तो मानू कि मुझसे मुहब्बत है |
मोहब्बत और मुकद्दर में बरसों से जिद का रिश्ता है,
मोहब्बत जब भी होती है तो मुकद्दर रूठ ही जाता है..!!
न जाने हर बार ऐसा ही क्यों होता हैं,
जो सबको खुशी देता हैं आखिर में वही रोता हैं |
सिर्फ दो ही सब तेरा साथ चाहिए,
एक तो भी और एक आने वाले कल मे..!!
जख्म कहाँ कहाँ से मिले छोड़ ना इन बातों को,
ज़िन्दगी तू यह बता सफर कितना बाकी है |
मत किया कर ऐ दिल किसी से मोहब्बत इतनी,
जो लोग बात नही करते वो प्यार क्या करेगें..!!
बिन धागे की सुई सी बन गयी है ये ज़िंदगी,
सीलती कुछ नहीं बस चुभती चली जा रही है..!!
एक अजीब सा मंजर नज़र आता है।
हर एक आँसू समंदर नज़र आता हैं।
कहाँ रखु मैं शीशे सा दिल अपना।
हर किसी के हाथ में पत्थर नज़र आता हैं।
अंतिम दो लाइन
आज के इस युग में लोगो का मूड कई बार खराब होता है तथा लोग एक दूसरे से जलते है | ऐसी स्थिति में मूड ऑफ होना भी जायज है |
इस पोस्ट में लिखी Mood off Shayari का प्रयोग कर सकते है |
आज मेरा मूड ऑफ है शायरी के द्वारा बता सकते है कि आपका मूड खराब है |