क्या आपका प्यार नाराज हो गया है और आपसे बात नहीं कर रहा है तो आप Baat nahi karne ki Shayari उसे भेज सकते है |
यदि आपकी पत्नी नाराज होकर आपसे बात नहीं कर रही है तो भी आप इस पोस्ट में लिखी गयी बात नहीं करने की शायरी को कॉपी पेस्ट करके अपनी पत्नी को भेज सकते है |
यदि आपका पति आपसे बात नहीं कर रहा है तो भी आप व्हाट्सएप पर बात नहीं करने की शायरी भेज सकते है |
बात नहीं करने वाली शायरी अपने दोस्त को भेजे और देखिये शायरी का जलवा | दोस्त आपसे तुरंत बात करना शुरू कर देगा |
Baat Nahi Karne ki Shayari
नादान है बहुत वो ज़रा
समझाइए उसे
बात न करने से मोहब्बत
कम नहीं होती |
हिचकियाँ कहती हैं कि
तुम याद करते हो
पर बात नहीं करोगे तो
एहसास कैसे होगा |
मुझे एक ऐसा ताबीज चाहिये
जो मुझे उससे मिला दे या फिर भुला दे !
नफ़रत हो जायेगी तुझे अपने
ही किरदार पे
अगर में तेरे हि अंदाज मे
तुझसे बात करुं |
बात तो वो आज भी करती है
बस फर्क़ इतना है, कल हमसे करती थी
आज किसी और से करती है |
कितना फर्क हैं ना हम दोनो की चाहत में
मुझे तुम्हे याद करने से फुर्सत नही
और तुम्हे मुझे याद करने की फुर्सत नही |

आज जिंदा है तो किसी के पास
एक मिनट नही बात करने को
कल जब हम नही रहेंगे तो सब
याद करेंगे कितना अच्छा था वो |
तरस जाओगे मेरे लबों से कुछ सुनने को,
बात करना तो दूर हम शिकायत भी नहीं करेंगे।
बात नहीं करना तो बस एक बहाना है,
सच तो यह है कि तुम्हारा हमसे जी भर गया है।
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बात नहीं करने की शायरी हिन्दी में
आप हम से बात नहीं करते
और हम आप के बिना
कोई ख्वाब नहीं देखा करते |
बात नहीं करना सिर्फ एक
बहाना था उनका
असली मंज़िल तो हमें
रुलाना था उनकी |
मेरी पलकों की नमी इस बात की गवाह है,
मुझे आज भी तुमसे मोहब्बत बेपनाह है |
ये जो तुम मुझसे बात नहीं करती
ये नफरत की निशानी है या
प्यार हो जाने का डर |
चाहे कितना भी क्यूँ ना हम
नराज हो जाए लेकिन तुमसे बात
किये बिना जी नही लगता हैं दर्द
भी तुमसे मिलता हैं और खुशी भी
तुमसे ही मिलती है |

कल तक हमसे बात किये बिना,
जिसे नींद तक नहीं आती थी,
आज हमसे बात करने का,
वक्त नहीं उसके पास।
बिन बात के ही रूठने की आदत है,
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है,
आप खुश रहें, मेरा क्या है,
मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है।
सिर्फ़ एक सफ़ाह पलटकर उसने,
बीती बातों की दुहाई दी है,
फिर वहीं लौट के जाना होगा,
यार ने कैसी रिहाई दी है |
कभी किसी से बात करने की आदत मत डालना,
क्यों की अगर वो बात करना बंद कर दे तो,
दुबारा जीना मुश्किल हो जाता है।
ना जाने ये कैसा तरीका है तुम्हारे
प्यार करने का
की तुम्हारा मन ही नहीं करता
हमसे बात करने का |
मैंने आपको हर समय मनाया है
मैं तुम्हें हर समय चाहता हूँ
पर तुमने तो मुझसे बात करना ही छोड़ दिया
जब मुझे तुम्हारी बहुत याद आती है |

बातें तो हर कोई समझ लेता है
मगर हम वो चाहते हैं
जो हमारी खामोशी को समझे |
कुछ दिन बात ना करने से कोई बेगाना नहीं होता,
कोई भी दोस्त इतना पुराना नहीं होता,
दोस्ती में गिले-शिकवे तो चलते रहते हैं,
पर इसका मतलब दोस्तों को भुलाना नहीं होता।
तेरी हर बात मेरे दिल को छू कर निकलती हैं,
इसीलिए मुझसे सोच समझ कर बात करना,
कही आप की बातें मेरा दिल को तोड़ न दे |
बात नहीं करने वाली शायरी
छोड़ दिया मैंने भी किसी को परेशान करना
जिसकी खुद मर्जी ना हो बात करने की
उससे जबरदस्ती क्या करना |
आप हम से बात नहीं करते,
और हम आप के बिना,
कोई ख्वाब नहीं देखा करते।
कभी किसी से बात करने की आदत मत
डालना क्यों की अगर वो बात करना बंद कर दे
तो दुबारा जीना मुश्किल हो जाता है यार |
उसके सिवा किसी को चाहना
मेरे बस में नहीं
ये दिल उसका है अपना
होता तो बात और थी |

उनसे बात नहीं होती
किसी और से बात
करने का मन नहीं करता |
मुझे तुमसे बात ही नहीं करनी,
ऐसा कहकर वो कॉल काट देते हैं,
मैं मनाऊं उनको ऐसा सोचकर,
मेरी कॉल का इंतजार करते हैं।
कितना फर्क हैं ना हम दोनो की चाहत में,
मुझे तुम्हे याद करने से फुर्सत नही,
और तुम्हे मुझे याद करने की फुर्सत नही।
अगर मेरे चले जाने से तू खुश है
तो तुझे तेरी खुशी मुबारक !
बदलना नहीं आता हमें मौसम की तरह
हर एक रूप मैं तेरा इंतज़ार करता हूँ
ना तुम समझ सको कयामत तक कसम
तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करता हूँ |
तुझ से दूर रहकर मोहब्बत
बढती जा रही है
क्या कहूँ कैसे कहूँ ये दुरी तुझे
और करीब ला रही है |
मजबूर नहीं करेंगे तुम्हें
बात करने के लिए
चाहत होती तो दिल तुम्हारा भी
करता बात करने का |
बहुत हो गया अब रूठना और मनाना,
चलो दोबारा से शुरुआत करते हैं,
भुलादें सारी गलत फहमियां को,
चलो दोबारा से बात करने का आगाज करते हैं |

बहुत सुकून मिलता है जब उनसे हमारी बात होती है,
वो हजारो रातों में वो एक रात होती है,
जब निगाहें उठा कर देखते हैं वो मेरी तरफ,
तब वो ही पल मेरे लीये पूरी कायनात होती है।
छोड़ दिया मैंने भी किसी को परेशान करना
जिसकी खुद मर्जी ना हो बात करने की
उससे जबरदस्ती क्या करना |
बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से,
हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से,
तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले,
कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से |
उम्र सारी दो हिस्सों में बंट गई
आदि गुजरी ख्वाहिशों में
और आदि अफसोस में कट गई..!
गुफ्तगू चाहते हैं जीभर के करना
मगर अफसोस दिल से बात करने वाला
कोई इन्सान ही नहीं मिलता |
जब चाहे याद किआ जब चाहे
भुला दिया
बोहोत अच्छे से जानते है वो हमें
बहलाने का तरीके
जब चाहे हँसा दिया जब चाहे रुला दिया |
कभी वक्त मिले तो सोचना जरूर
वक्त और प्यार के अलावा
तुमसे मांगा ही क्या था |
बहुत नादान है वो, कोई समझाओ उसे,
बात ना करने से इश्क कम नहीं होता।
सुना है वो जाते हुए कह गये,
के अब तो हम सिर्फ़ तुम्हारे ख्वाबो मे आएँगे,
कोई कह दे उनसे के वो वादा कर ले,
हम जिंदगी भर के लिए सो जाएँगे |
एक वक्त था जब बाते ही खत्म नहीं होती थी,
आज सब कुछ खत्म हो गया,
मगर बात ही नहीं होती |
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तेरे मेरे दरमियां जो बात थी
उसमें अब दूरियां आने लगी है
गमो की बरसात इस
दिल पर छाने लगी है..!
दिल का हाल बताना नहीं आता
किसी को ऐसे तड़पना नहीं आता
सुनना चाहते है आपके आवाज़
मगर बात करने का बहाना नहीं आता |
छोड़ दिया मैंने भी किसी को परेशान करना
जिसकी खुद मर्जी ना हो बात करने की
उससे जबरदस्ती क्या करना |
वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए,
वो खुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए,
कभी तो समझो मेरी खामोशी को,
वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जायें।
बात ना करने से इश्क कम नहीं होता,
बात ना करने से मोहब्बत कम नहीं हो जाती,
बस दिलों की दूरियां बढ़ने लगती हैं,
और प्यार की डोर धीरे धीरे कमजोर हो जाती है।
रोते हुए को हसाने की क्या सजा पा गया,
मेरी जिंदगी की खुशी उसको मिली,
और उसकी जिंदगी का हर गम,
मेरे हिस्से आ गया |
वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए,
वो खुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए,
कभी तो समझो मेरी खामोशी को,
वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जायें |
अंतिम दो लाइन
मैंने ढूंढ ढूंढ कर इतनी सारी बात नहीं करने की शायरी (Baat Nahi karne ki Shayari) लिखी है |
यदि वो आपसे बात नहीं करते तो आप इस लिस्ट मे लिखी हुई बात नहीं करने पर शायरी शायरी भेज कर राजी कर सकते है |