Tumhare Paas Mere Liye Time Nahi Hai Shayari– अक्सर ऐसा होता है कि कुछ वक्त गुजरने के बाद लोग आपके साथ रहना पसंद नहीं करते है | जब उन्हे पूछा जाता है कि तुम्हारे पास मेरे लिए टाइम नहीं है या हमसे मिलता नहीं चाहते है | आजकल बहुत ज्यादा व्यस्त हूँ, उनका जवाब होता है |
यदि आपके साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है तो आपको तुम्हारे पास मेरे लिए टाइम नहीं है शायरी पढ़ने की जरूरत है |
मैंने इस पोस्ट में शानदार-शानदार तुम्हारे पास मेरे लिए टाइम नहीं है शायरी लिखी है जिन्हें आप अवश्य पढे |

तुम्हारे पास मेरे लिए टाइम नहीं है शायरी
तेरे पास अब वक्त नहीं है मेरे लिए,
मैं कैसे निकाल लेता हूं तेरे लिए |
ग़ैरों से तो फ़ुर्सत तुम्हें दिन रात नहीं है,
हाँ मेरे लिए वक़्त-ए-मुलाक़ात नहीं है |
कलम उठाई है, लफ्ज नही मिलता,
जिसे ढूँढ रहा हूँ वो शक्स नही मिलता,
फिरते हो तुम जमाने की तलाश में,
बस हमारे लिए तुम्हें वक्त नही मिलता |
वक्त ही ना रहा अब हमारे लिये तुम्हारे पास ऐ जान,
कभी वक्त ही वक्त था चलो वक्त-वक्त की बात है |
बस वक्त नहीं है मेरे लिए बाकी सब काम करते हो,
और मैंने तो यहां तक सुना है काम के बाद तुम दो घंटे आराम भी करते हो |
मांगना ही छोड़ दिया हमने वक्त किसी से,
क्या पता उनके पास इंकार का भी वक्त ना हो |
लगा कर हमे आदत अपनी इस मोहब्बत की अब,
कहते हो दूर रहो हमसे मेरे पास वक़्त नही अब |
और आजकल वक्त मेरे लिए होता नहीं है उनके पास,
कोई और हो गया है शायद बहुत उनके खास |
उसे मेरे लिए वक्त कम ही मिलता है,
कहती है खर्चा नहीं मिलता है,
उसे मुझझे सिर्फ गम ही मिलता है |
वक्त मेरे लिए जिस दिन निकाल लो बता देना,
अगर नहीं निकाल पाए तो एक दीवार समझ कर हटा देना |
ज़िन्दगी की भी अजीब सी कहानी है,
किसी के साथ हम वक़्त को भूल जाते है,
तो कोई वक़्त के साथ हमे भूल जाते है।
वक्त उसे मेरे लिए मिलता ही नहीं है मैं तो फिर भी निकाल लेता हूं,
रो-रोकर उसकी यादों में अपना कर बुरा हाल लेता है |
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